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यूक्रेन के पहाड़ों में अकेलेपन का शिकार गांव [Life in Ukrainian Carpathians] | DW Documentary हिन्दी 3 месяца назад


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यूक्रेन के पहाड़ों में अकेलेपन का शिकार गांव [Life in Ukrainian Carpathians] | DW Documentary हिन्दी

पश्चिमी यूक्रेन में स्लोवाकिया और पोलैंड की सीमाओं के नज़दीक स्तोसहोइत्सा गांव है. नाम का मोटे तौर पर अनुवाद "ठंडी जगह" के रूप में किया जा सकता है. यह फ़िल्म तीन औरतों की कहानी है: किसान हान्ना, डाकिया मारिया और जीवविज्ञानी नेल्या. यूक्रेन के कारपादियान पहाड़ों में तीनों मुख्य पात्र अपनी सामाजिक वास्तविकता और अकेलेपन से जूझ रहे हैं. यहां काफ़ी कम युवा रहते हैं, लेकिन बुज़ुर्ग महिलाएं अपने गांव और उसके आसपास की जगहों से गहराई से जुड़ी हुई हैं. वक़्त के साथ फ़िल्म का क्रू भी, कम से कम कुछ वक़्त के लिए, गांव के समुदाय का एक अहम हिस्सा बन जाता है. हान्ना एक छोटी सी रसोई में फ़िल्म निर्माताओं के साथ अपना अकेलापन साझा करती हैं. वह बताती हैं कि वे उन्हें उनके गुज़रे हुए बेटों की याद दिलाते हैं. गांव के डाकघर में मारिया के पास न तो स्टांप हैं और न ही हीटिंग, लेकिन वह ग्राहकों को शराब और गाने ज़रूर परोसती हैं. जीवविज्ञानी नेल्या जंगल और गुफ़ाओं में कहीं जानवरों का मल तलाश करती हैं, जो उनके लिए क़ीमती है. फ़िल्म यूरोप के दिल में एक अनजानी जगह दिखाती है, जहां लोग रोज़ाना रहने और छोड़ने में से एक को चुनते हैं. #dwdocumentaryहिन्दी #dwहिन्दी #dwdocs #ukraine #carpathians #life ---------------------------------------------------------------------------------------- अगर आपको वीडियो पसंद आया और आगे भी ऐसी दिलचस्प वीडियो देखना चाहते हैं तो हमें सब्सक्राइब करना मत भूलिए. विज्ञान, तकनीक, सेहत और पर्यावरण से जुड़े वीडियो देखने के लिए हमारे चैनल DW हिन्दी को फॉलो करे: ‪@dwhindi‬ और डॉयचे वेले की सोशल मीडिया नेटिकेट नीतियों को यहां पढ़ें: https://p.dw.com/p/MF1G

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