Из-за периодической блокировки нашего сайта РКН сервисами, просим воспользоваться резервным адресом:
Загрузить через ClipSaver.ruУ нас вы можете посмотреть бесплатно चार मित्र : Bilingual - Learn Hindi with English subtitles - Story for Children "BookBox.Com" или скачать в максимальном доступном качестве, которое было загружено на ютуб. Для скачивания выберите вариант из формы ниже:
Роботам не доступно скачивание файлов. Если вы считаете что это ошибочное сообщение - попробуйте зайти на сайт через браузер google chrome или mozilla firefox. Если сообщение не исчезает - напишите о проблеме в обратную связь. Спасибо.
Если кнопки скачивания не
загрузились
НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если возникают проблемы со скачиванием, пожалуйста напишите в поддержку по адресу внизу
страницы.
Спасибо за использование сервиса savevideohd.ru
A deer, a tortoise, a crow and a mouse are worried about the hunter's traps. Will they outwit him? Get our FREE App for Android: https://bit.ly/2oAUev9 and for iOS: https://apple.co/2Isv5th Subscribe for new videos every week!: / @bookboxhindi More Hindi AniBooks: • सोमा क्या बोये? Learn Hindi with subt... More Animal Stories: • सोमा क्या बोये? Learn Hindi with subt... चार मित्र बुकबॉक्स द्वारा पुनर्कथित। किसी भी शहर से बहुत दूर एक जंगल था, जहाँ सभी जानवर और पक्षी मिलजुल कर शान्ति से रहते थे। इसी जंगल में चार गहरे दोस्त रहते थे - एक हिरन, एक कछुआ, एक कौआ और एक चूहा। वे हर शाम मिलते और दिन भर की घटनाएँ एक-दूसरे को सुनते-सुनाते। लेकिन एक दिन हिरन बहुत डरा हुआ था। "शिकारी सब जगह जाल बिछा रहे हैं, क्या हमारे बचने का कोई उपाय है?" "हाँ, है।" कौआ बोला, "जैसा कि हमारे चूहे मित्र को मालूम है।" कौए ने जो देखा, बताना शुरू कर दिया, "अभी उस दिन, मैंने बड़ी ही अनोखी चीज़ देखी, कबूतरों का एक झुण्ड किसी शिकारी के जाल में फँस गया था और अपने पंख तेज़ी से फड़फड़ा रहा था तभी अचानक, सब कबूतरों ने मिलकर जाल को अपनी चोंच में पकड़ा और आकाश में उड़ गए। और वे गए कहाँ? सीधे हमारे मित्र चूहे के पास! जिसने अपने तेज़ दाँतों से कुतरकर जाल के टुकड़े-टुकड़े कर दिए। और कबूतर आज़ाद हो गए। वे हमारे मित्र के प्रति बहुत कृतज्ञ थे।" कहानी सुन लेने पर हिरन का हौसला बढ़ा। वह पानी की खोज में गया। इस बीच, ये तीनों मित्र जंगल के फल, यहाँ की झाड़ियाँ और पत्तियाँ कुतरने लगे। अपने मित्र हिरन के लौटने की प्रतीक्षा करते हुए वे देर रात तक बातें करते रहे, किन्तु हिरन का कोई पता न देख मित्र चिन्ता में पड़ गए। सुबह जब और सभी हिरन को पुकारते रहे, कौआ हर दिशा में उड़ता हुआ उसे खोजता रहा। एक सूनी जगह पर उसने हिरन को देखा। उसका पैर जाल में फँसा हुआ था। "चिन्ता मत करो" उसने शान्ति से कहा। "हम कुछ उपाय करेंगे।" कौआ तेज़ी से अपने मित्रों के पास लौटा। कछुए को एक उपाय सूझा। उसने कहा - "चूहे, जल्दी से कौए की पीठ पर चढ़ जाओ।" और वे उड़ कर हिरन को बचाने चले। बिना समय गँवाए चूहे ने जाल को काट डाला। उसी वक्त परेशान कछुआ भी वहाँ पहुँच गया। हिरन चिल्लाया, "तुम यहाँ क्यों आए? अगर शिकारी लौट आया तो तुम कभी नहीं भाग सकोगे," और शिकारी आ ही पहुँचा! उसके पैरों की आहट सुन कर वे सब भाग गए, लेकिन कछुआ पीछे रह गया। शिकारी ने उसे उठाया और एक लकड़ी से बाँध कर कंधे पर ढो लिया। अरे, नहीं! मेरे कारण बेचारा कछुआ मुसीबत में है।' हिरन ने कहा। अचानक हिरन ने छलाँग मारी और रास्ते के निकट तालाब की ओर दौड़ा। वह वहाँ एकदम निश्चल लेट गया, जब कि कौआ उसको चोंच से मारने लगा। जब शिकारी ने हिरन को उठाने के लिए कछुए को नीचे गिराया, चूहे ने तेज़ी से उसके पैरों की रस्सी कुतर कर कछुए को आज़ाद कर दिया। ज्यों ही कछुआ पानी में फिसला, हिरन झपक कर ग़ायब हो गया और कौआ फुर्र से उड़ गया। शिकारी भय से काँप उठा। उसने किसी भी जानवर को फिर से ज़िन्दा होते हुए कभी नहीं देखा था। उसने सोचा, यह जंगल भुतहा है, और अपने प्राण बचा कर भागा। चारों मित्र वापिस लौट आए, और एक बार फिर वे एक साथ रहते हुए ख़ुश थे। Author: Retold by BookBox Illustrations: Jyothi Fucile Translation (Hindi): Aparna Roy Narration: (Hindi) Vandana Maheshwari Narration (English): Pala Pajor Music: Holger Jetter Animation: BookBox WEBSITE: http://www.bookbox.com FACEBOOK: / bookboxinc INSTAGRAM: / bookboxinc TWITTER: / bookboxinc #BookBox #BookBoxHindi #Learn2Read