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ध्यान का रहस्य। नाभि से सांस लेने पर क्या होता है #dhyan meditation ध्यान का रहस्य। नाभि से सांस लेने पर क्या होता है #dhyan meditation ध्यान का रहस्य। नाभि से सांस लेने पर क्या होता है #dhyan meditation ध्यान का रहस्य। नाभि से सांस लेने पर क्या होता है #dhyan meditation ध्यान का रहस्य। नाभि से सांस लेने पर क्या होता है #dhyan meditation ध्यान का रहस्य और नाभि से सांस लेने का अभ्यास योग और प्राचीन भारतीय साधनाओं का महत्वपूर्ण हिस्सा है। नाभि से सांस लेने का अर्थ है कि आप अपनी श्वास को पेट के निचले हिस्से, यानी नाभि क्षेत्र से खींचें और छोड़ें, बजाय सीने से सांस लेने के। इसे "दीप ब्रीथिंग" या "अब्डोमिनल ब्रीथिंग" भी कहा जाता है। इसका अभ्यास मानसिक शांति, ऊर्जा, और शरीर के संतुलन को सुधारने में सहायक होता है। आइए इसे विस्तार से समझते हैं:अगर आप ध्यान में गहराई तक जाना चाहते हैं और सच्चे अनुभव करना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको अपनी साँसों को समझना होगा। साँसे सिर्फ शारीरिक प्रक्रिया नहीं है बल्कि यह ऊर्जा का वह माध्यम है।जो आपको स्थूल शरीर से आध्यात्मिक जगत में ले जाती है। बहुत से लोग ध्यान करने की कोशिश करते हैं, लेकिन सफलता नहीं मिलती वे ध्यान में बैठते हैं, प्राणायाम करते हैं लेकिन फिर भी ध्यान की गहराई तक नहीं पहुँच पाते। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि उनके शरीर में वह ऊर्जा निर्मित ही नहीं हो पाती जो ध्यान की गहराइयों में प्रवेश करने के लिए जरूरी होती है। इसका उपाय है अपनी सांसों को नाभि तक ले जाना और सही तरीके से डीप ब्रीथिंग करना। नाक और नाभि के बीच एक गहरा रिश्ता है।जब आप अपनी सांसों को नाभि तक खींचते हैं तो आपकी ऊर्जा का स्तर बदलने लगता है। सांसें ही हमारे जीवन का मूल आधार है। हर सांस हमें जीवन देती है। हर सांस हमारे शरीर को जीवित रखती है, लेकिन अगर यह सांसें सही तरीके से नहीं ली जाए।तो हमारा जीवन नकारात्मकता और अस्थिरता से भर सकता है। आज अधिकांश लोग उथली सांसें लेते हैं। जब आप उथली सांसें लेते हैं तो ये केवल आपके फेफड़ों तक सीमित रहती है और आपके नाभि तक नहीं पहुंचती। नाभि तक सांसों को ले जाने का अभ्यास आपको सिर्फ शारीरिक रूप से नहीं बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक रूप से भी मजबूत बनाता है। साँसें आपके जीवन को गति देती है, लेकिन यह गति किस दिशा में है यह आपकी सांसों की गुणवत्ता पर निर्भर करता है। उथली सांसें नकारात्मकता और तनाव का कारण बनती है। दूसरी ओर।नाभि तक ली गई गहरी सांसें आपको शांत करती है, सकारात्मक बनाती है और ध्यान की उच्च अवस्थाओं तक ले जाती है। जब आपकी साँसे नाभि तक पहुंचती है तो यह आपके शरीर और मन को स्थिरता प्रदान करती है। अगर आपने ध्यान में बार बार असफलता का सामना किया है तो अब समय है कि आप नाभि तक सांस लेने के इस रहस्य को समझे। ध्यान में प्रवेश करने के लिए यह बहुत जरूरी है कि आप अपनी साँसों को नियंत्रित करें #प्राणशक्ति #आंतरिक_ऊर्जा #ध्यान_कैसे_करें #मेडिटेशन #योग_विज्ञान #श्वसन_विधि #सांस_लेने_की_सही_तकनीक #meditation #navel_breathing #secret_of_meditation #yoga #pranayama #breathing_technique #spiritual_development #peace_of_mind #life_force #inner_energy #how_to_meditate #meditation #yoga_science #breathing_method #correct_breathing_technique