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Taskari | Anu Malik | Ustad Rashid Khan & Jyotica Tangri | Siddharth-Garima | Zee Music Originals 4 месяца назад


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Taskari | Anu Malik | Ustad Rashid Khan & Jyotica Tangri | Siddharth-Garima | Zee Music Originals

👉🏻 SUBSCRIBE to Zee Music Company - https://bit.ly/2yPcBkS Song: Taskari Singers: Ustad Rashid Khan & Jyotica Tangri Music: Anu Malik Lyrics: Siddharth-Garima Sound Producer: Ishaan Chhabra Flautist: Kamlakhar Song Recorded by: Pankaj Bora at Neo Sound Studios Song Mixed by: Rupak Thakur (Click Studios) Lyrics: खाली खाली ख़ाबों के खांचे तेरे बिन झूठी झूठी रातें सारी झाँसे मेरे दिन बादल जब भी छाये आँखें भरी, आँखें भरी तस्करी तेरे सपनों की सूनी रातों में करती हूँ मैं जनवरी तेरे जाड़ों की हर मई याद करती हूँ मैं तेरे मेरे बीच जो रहा ना रहा रह जाने दे है अनकही का जो असर कहा है कह जाने में रहूँ मैं तो तेरा पर रहूँ अजनबी तस्करी तेरे सपनों की सूनी रातों में करती हूँ मैं जनवरी तेरे जाड़ों की हर मई याद करती हूँ मैं माना जुदा जुदा रास्तों पे चला आधा थोड़ा पूरा जितना भी तू मिला जीने को काफी है ये कमी रह रहा मैं कतारों में जला जला हूँ चिरागों में मैंने गली की बारातों में ढूंढा तुझे फिर भी ना पाया मुखबरी तेरी गलियों की बस ख़यालों में करता हूँ मैं तस्करी तेरे सपनों की सूनी रातों में करती हूँ मैं तेरे जैसा हुआ जब से तू है ख़फ़ा कितनी दफ़ा पूछा खुदसे अपना पता पहचान मिली है नई वो बैठे रहना घाटों पे ना कुछ कहना घंटो में बिसरी मुलाक़ातों से आगे मैं तो कभी बढ़ ना पाया तू बरी करदे मुझे अब देती खुदको सजा हूँ मैं तस्करी तेरे सपनों की सूनी रातों में करती हूँ मैं जनवरी तेरे जाड़ों की हर मई याद करती हूँ मैं तेरे मेरे बीच जो रहा ना रहा रह जाने दे है अनकही का जो असर कहा है कह जाने में रहूँ मैं तो तेरा पर रहूँ अजनबी तस्करी तेरे सपनों की सूनी रातों में करती हूँ मैं जनवरी तेरे जाड़ों की हर मई याद करती हूँ मैं खाली खाली ख़ाबों के खांचे तेरे बिन झूठी झूठी रातें सारी झाँसे मेरे दिन बादल जब भी छाये आँखें भरी, आँखें भरी Music on Zee Music Company Connect with us on : Twitter -   / zeemusiccompany   Facebook -   / zeemusiccompany   Instagram -   / zeemusiccompany   YouTube - http://bit.ly/TYZMC

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