Из-за периодической блокировки нашего сайта РКН сервисами, просим воспользоваться резервным адресом:
Загрузить через dTub.ru Загрузить через ClipSaver.ruУ нас вы можете посмотреть бесплатно सुदामा श्रीकृष्ण का मिलन | वसुंधरा को मिला माता लक्ष्मी से चिरयौवना का वरदान | श्री कृष्ण महाएपिसोड или скачать в максимальном доступном качестве, которое было загружено на ютуб. Для скачивания выберите вариант из формы ниже:
Роботам не доступно скачивание файлов. Если вы считаете что это ошибочное сообщение - попробуйте зайти на сайт через браузер google chrome или mozilla firefox. Если сообщение не исчезает - напишите о проблеме в обратную связь. Спасибо.
Если кнопки скачивания не
загрузились
НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если возникают проблемы со скачиванием, пожалуйста напишите в поддержку по адресу внизу
страницы.
Спасибо за использование сервиса savevideohd.ru
"सुदामा श्री कृष्ण के महल के सामने आकर वहाँ खड़े सैनिकों से श्री कृष्ण से मिलने के लिए कहते हैं तो सैनिक सुदामा से पूछते हैं की आप किस काम से आए हैं तो सुदामा सैनिक को बताता है की मैं श्री कृष्ण का बाल सखा हूँ उनसे मिलने के लिए आया हूँ तो सैनिक उनकी बात नहीं मानते तभी वहाँ अक्रूर आ जाता है और सुदामा की बात सुन सैनिक को श्री कृष्ण के पास सुदामा का संदेश लेकर जाने को कहते हैं। श्री कृष्ण के पास सैनिक जाता है। सुदामा द्वार पर खड़ा होकर लोगों की बातें सुनकर दुबारा सोच में पड़ जाता है। सैनिक जब श्री कृष्ण को बताता है की द्वार पर सुदामा नाम का ब्राह्मण आया है और वह आपसे मिलने को कह रहा है। सुदामा का नाम सुन श्री कृष्ण सुदामा की ओर दौड़ पड़ते हैं। सुदामा श्री कृष्ण से मिले बिना ही जब वापस जाने के लिए चल पड़ता है तो श्री कृष्ण सुदामा के पीछे पीछे दौड़ते हुए पहुँच जाते हैं। श्री कृष्ण को सुदामा के लिए विचलित देख सभी नगर वासी और सैनिक अचंभित हो देखते रह जाते हैं। श्री कृष्ण सुदामा को अपने गले लगा लेते हैं और दोनों एक दूसरे से मिलकर ख़ुशी में रो पड़ते हैं। श्री कृष्ण सुदामा को अपने साथ अपने महल में चलने को कहते हैं। लेकिन सुदामा श्री कृष्ण को मना करते हैं की मैं दरिद्र हूँ मेरी वजह से तुम्हारी मान हानि होगी मैं तो सिर्फ़ तुम्हारे दर्शन करने को आया था। इस बात को सुन श्री कृष्ण सुदामा को समझाते हैं की तुम मेरे मित्र हो और मित्र अमीरी ग़रीबी नहीं देखती। श्री कृष्ण सुदामा को अपने रथ में बैठा कर अपने महल में ले जाते हैं वहाँ उनका स्वागत किया जाता है। श्रीकृष्णा, रामानंद सागर द्वारा निर्देशित एक भारतीय टेलीविजन धारावाहिक है। मूल रूप से इस श्रृंखला का दूरदर्शन पर साप्ताहिक प्रसारण किया जाता था। यह धारावाहिक कृष्ण के जीवन से सम्बंधित कहानियों पर आधारित है। गर्ग संहिता , पद्म पुराण , ब्रह्मवैवर्त पुराण अग्नि पुराण, हरिवंश पुराण , महाभारत , भागवत पुराण , भगवद्गीता आदि पर बना धारावाहिक है सीरियल की पटकथा, स्क्रिप्ट एवं काव्य में बड़ौदा के महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग के अध्यक्ष डॉ विष्णु विराट जी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसे सर्वप्रथम दूरदर्शन के मेट्रो चैनल पर प्रसारित 1993 को किया गया था जो 1996 तक चला, 221 एपिसोड का यह धारावाहिक बाद में दूरदर्शन के डीडी नेशनल पर टेलीकास्ट हुआ, रामायण व महाभारत के बाद इसने टी आर पी के मामले में इसने दोनों धारावाहिकों को पीछे छोड़ दिया था,इसका पुनः जनता की मांग पर प्रसारण कोरोना महामारी 2020 में लॉकडाउन के दौरान रामायण श्रृंखला समाप्त होने के बाद ०३ मई से डीडी नेशनल पर किया जा रहा है, TRP के मामले में २१ वें हफ्ते तक यह सीरियल नम्बर १ पर कायम रहा। In association with Divo - our YouTube Partner #tilak #shreekrishna #shreekrishnakatha #krishna #shreekrishnamahaepisod"